Health Benefits of Panjiri : कैल्शियम, प्रोटीन और फाइबर जैसे कई सारे पोषक तत्वों से भरपूर पंजीरी नई मां को रिकवरी करने में जल्दी मदद करती है।
Health Benefits of Panjiri : भारतीय घरों में जब नया छोटा मेहमान आता है तो दादी-नानी नई मां को पंजीरी खाने के सलाह देती हैं। बहुत से जगहों पर पंजीरी का पूजा में प्रसाद क़ी तरह भोग लगाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं पंजीरी न सिर्फ एक स्वादिष्ट मिष्ठान है बल्कि स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद आहार भी है। बच्चे के डिलीवरी के बाद पंजीरी का सेवन करने से नई मां को कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। गेहूं के आटे, गुड़, घी और कई तरह के ड्राई फ्रूट्स को मिलाकर बनने वाली ये पंजीरी बच्चे के जन्म के बाद अगर महिलाएं खाएं तो उन्हें क्या-क्या स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं आज हम इस लेख में जानेंगे।
बच्चे के जन्म के बाद पंजीरी खाने के फायदे – Health Benefits of Panjiri After Baby Delivery
पंजीरी गेहूं के आटे, गुड़, घी, और कई सारे ड्राई फ्रूट्स को मिलाकर बनाई जाती है, इसलिए ये स्वास्थ के लिए बहुत फायदेमंद मानी जाती है। पंजीरी में कैल्शियम प्रोटीन, गुड फैट, आयरन, फाइबर जैसे कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। पंजीरी के इन्हीं पोषक तत्वों को देखते हुए नई मां को इसका सेवन करने की सलाह दी जाती है।
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शरीर को ऊर्जा देता है पंजीरी
पंजीरी का सेवन करने से नई मां के शरीर को ऊर्जावान बनाए रखने में सहायता मिलती है। दरअसल, जब बच्चे की डिलीवरी होती है तो महिलाओं के शरीर से कई पोषक तत्व बाहर निकल जाते हैं, जिस कारण से उन्हें शारीरिक तौर पर काफी कमजोरी महसूस होती है। इस कमजोरी के कारण चक्कर आना, हमेशा थकान महसूस होना जैसे कई समस्याएं महसूस हो सकती हैं। अगर डिलीवरी के बाद महिलाएं पंजीरी का सेवन करें तो शारीरिक कमजोरी को खत्म करने और ऊर्जा बनाए रखने में सहायता मिलती है।
कब्ज से राहत दिलाती है पंजीरी
पंजीरी में पर्याप्त मात्रा में फाइबर पाया जाता है। फाइबर का सेवन करने से पाचन संबंधी समस्याएं जैसे की कब्ज और पेट फूलना जैसी बीमारियों से आराम पाई जा सकती है। जिन महिलाओं को डिलीवरी के बाद कब्ज की ज्यादा समस्या रहती है उन्हें प्रतिदिन 20 से 30 ग्राम पंजीरी खाने की सलाह दी जाती है।
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शरीर की रिकवरी में करता है पंजीरी मदद करता है
बच्चे की डिलीवरी के बाद महिलाओ के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। इन बदलावों को ठीक करने में शरीर को 4 से 6 महीने का वक्त लगता है। डिलीवरी के बाद शरीर को स्वस्थ होने के लिए पौष्टिक आहार की जरूरत पड़ती है। ऐसे में पंजीरी का उपयोग किया जाए तो ये शरीर कों जल्दी स्वस्थ होने में मदद कर सकता है।
अवसाद से बचाता है पंजीरी
बच्चे के जन्म के बाद महिलाओं में अवसाद की समस्या बहुत ही आम मानी जाती है। डिलीवरी के बाद महिलाओं को होने वाली अवसाद की समस्या को पोषक तत्वों की कमी माना गया है। ऐसे में कैल्शियम, फाइबर, प्रोटीन युक्त पंजीरी का सेवन किया जाए तो ये डिलीवरी के बाद अवसाद की समस्या से बचने में सहायता कर सकता है।












