पुरुषों की जेब जितनी मोटी होती है, वे भी उतने ही मोटे होते जाते हैं। कहने का मतलब आय बढ़ने का सीधा प्रभाव पुरुषों के मोटापे पर पड़ता है।
पुरुषों की जेब जितनी मोटी होती है, वे भी उतने ही मोटे हो जाते हैं। मतलब आय बढ़ने का सीधा प्रभाव पुरुषों के मोटापे पर पड़ता है। जबकि महिलाओं में ऐसा नहीं है। यह बात एक अध्ययन में सामने आई है।
When The Pocket Is Heavy, The Body Is Also Heavy
अध्ययन में ये पता चला है कि पुरुषों के पास जितना अधिक पैसा होता है, वे बाहरी खान-पान उतना ही पसंद करते हैं। जिस वजह से उनमें मोटापा बढ़ जाता है। यह शोध मांट्रियल विश्वविद्यालय में शोधकर्ता नथाली डूमास के नेतृत्व में किया गया।
अध्ययन के लिए डूमास ने कनाडा के सामुदायिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण (सीसीएचएस) के आंकड़ों का इस्तेमाल किया था। इन आंकड़ों के माध्यम से 25 से 65 वर्ष आयु के 7,000 लोगों के विषय में सूचना हासिल की गई थी।
डूमास के अनुसार, ‘महिलाओं में इस तरह से मोटापा नहीं बढ़ता है लेकिन उनके संदर्भ में अध्ययन के परिणाम अस्पष्ट हैं।’ उन्होंने कहा, ‘यद्यपि धनवान परिवारों की महिलाएं औसत या कम आय वाले परिवारों की अपेक्षा कम मोटी होती हैं।’
डूमास ने कहा, ‘कई अध्ययन से स्पष्ट हुआ है कि परिवार की आय बढ़ने के साथ महिलाओं के मोटापे में कमी होती है। लेकिन यह संबंध पुरुषों में उल्टा है। वे जितने धनवान होते हैं, उनका मोटापा उतना ही ज्यादा होता जाता है।’








