Kanika Yadav 2023-03-10,09:05 IST www.swaadsangam.com
50 की उम्र पार करने के बाद मेनोपॉज के वजह से हार्मोन्स मूड से लेकर नींद और यहां तक कि इम्यून सिस्टम तक हर एक चीज को प्रभावित कर सकते हैं।
शरीर में हो रहे हार्मोनल बदलावों के लिए अधिक पोषण की jarurat होती है और सभी जरूरी विटामिन्स और पोषक तत्व प्राप्त करना जरूरी होता है।
ये 4 पोषक तत्व सबसे महत्वपूर्ण कारक हैं जिन्हें डाइट या सप्लीमेंट के माध्यम से लेना चाहिए। इनके बारे में हमें न्यूट्रिशनिस्ट गरिमा सिंह जी बता रही हैं।
विटामिन-बी 12
विटामिन-बी, विशेष रूप से विटामिन-B 12, एनर्जी और नर्वस संबंधी कार्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। उम्र बढ़ने के साथ इस मुख्य पोषक तत्व का अवशोषण कम हो सकता है।
विटामिन-B 12 के स्रोत
विटामिन-B 12 के लिए स्रोतों में ज्यादातर एनिमल प्रोडक्ट्स हैं जैसे मिल्क और मिल्क प्रोडक्ट्स, चिकन, मीट, फिश, अंडे, और खमीर।
कैल्शियम
आवश्यक कैल्शियम का सेवन हड्डियों के नुकसान को रोकने और पोस्टमेनोपॉजल महिलाओं में फ्रैक्चर जोखिम को कम करने में मदद करता है।
कैल्शियम से भरपूर फूड्स
कैल्शियम के प्राकृतिक स्रोतों में ड्राई फ्रूट्स, बीज, डेयरी प्रोडक्ट्स, बीन्स, फिश,हरी पत्तेदार सब्जियां, सोयाबीन, दाल, टोफू आदि शामिल हैं।
मैग्नीशियम
मैग्नीशियम अवसाद के लक्षणों को कम करता है और चिंता में सुधार करता है। मैग्नीशियम विटामिन-D के अवशोषण के लिए भी जिम्मेदार है।
मैग्नीशियम के स्रोत
मैग्नीशियम से भरपूर फूड्स में तुलसी के पत्ते, कद्दू के बीज, काजू, भिंडी, बादाम,पालक, लोबिया, खजूर आदि शामिल हैं।
विटामिन-D
यह कैल्शियम और फास्फोरस के अवशोषण के लिए महत्वपूर्ण है। ह्रदय रोगों के जोखिम को कम करता है और यह इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग करता है। विटामिन-D की कमी से डिप्रेशन, चिंता और थकान जैसी परेशानियां हो सकती हैं।
विटामिन-D के स्रोत
प्राकृतिक विटामिन-D के लिए प्रतिदिन कुछ देर धूप में बैठें और मिल्क प्रोडक्ट्स, चिकन, मछली, अंडे, आदि को डाइट में शामिल करें।
कोई सप्लीमेंट लेने से पहले एक्सपर्ट से सलाह अवश्य कर लें। स्टोरी आपको अच्छी लगी हो तो लाइक और शेयर करें। इस तरह की अन्य जानकारी के लिए क्लिक करें swaadsangam.com